काल सरप पूजा विशेषज्ञ होने के नाते गुरुजी को 14 वर्षो का अनुभव कालसरप पूजा आयोजित करने में प्राप्त है, क्योंकि गुरुजी ने आज तक बहुत सारे शांति पूजा की सीमा पार कर दी है, और सभी (यज्ञ) शांति या पूजा विधि के बाद तुरन्त उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करते हैंं।
पंडितजी की जन्म भूमि महाकाल की नगरी उज्जैन(अवंतिका)है।पंडित जी को बाल काल से ही पंडिताई एवं दोष निवारण पुजा मे रूचि थी।पंडित जी के पिताजी एवं दादाजी भी यही कर्म करते थे,ओर वो भी गृह रहस्य एवं दोष निवारण के वेदिक पद्धति का ज्ञान गुरूजी के पास सिद्धस्त है।जिसके फलस्वरूप आज गुरूजी तुरंत उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करते है ओर जो भी यजमान की बाधा ,कष्ट ,पीड़ा ,रोग ,दोष होते है ।गुरूजी कहते है कि जो यजमान पुजा कराने आये बिल्कूल,सच्चे मन से ,श्रद्धा से ,भाव से,पुजन करे तो ही उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त होगा नाकी तर्क-वितर्क करने से।
कालसर्प दोष पूजा के अलावा पंडित जी ने नवग्रह शांति, मंगलभात पूजा, मंगलशांति पूजा, रुद्राभिषेक, ग्रह दोष निवारण, पितृ दोष निवारण केमद्रुम दोष , जैसे अनुष्ठानों को सम्पूर्ण वैदिक पद्धति द्वारा संपन्न किया है |इसके अतिरिक्त महामृत्युंजय जाप, दुर्गा सप्तसती पाठ भी आवश्यकता के अनुसार करते हैं, पंडित जी कुम्भ विवाह, अर्क विवाह, जन्म कुंडली अध्ययन अवं पत्रिका मिलान में भी सिद्धस्त हैं, इन समस्त कार्यों के साथ-साथ पंडित जी पुत्रप्राप्ती के लिए विशेष पूजन किया जाता है तथा वास्तु पूजन, वास्तु दोष निवारण एवं व्यापर व्यवसाय वाधा निवारण का पूजन भी सम्पूर्ण विधि विधान से करते हैं।
दोष निवारणार्थ अनुष्ठान, मंगल दोष निवारण (भातपूजन), सम्पूर्ण कालसर्प दोष निवारण, नवग्रह शांति, पितृदोष शांति पूजन, वास्तु दोष शांति, द्विविवाह योग शांति, नक्षत्र/योग शांति, रोग निवारण शांति, समस्त विध्न शांति, विवाह संबंधी विघ्न शांति, नवग्रह शांति
कामना पूर्ति अनुष्ठान, भूमि प्राप्ति, धन प्राप्ति, शत्रु विजय प्राप्ति, एश्वर्य प्राप्ति, शुभ (मनचाहा) वर/वधु प्राप्ति, शीघ्र विवाह, सर्व मनोकामना पूर्ति, व्यापार वृध्दि, रक्षा कवच, अन्य सिद्ध अनुष्ठान एवं पूजन
पाठ, जाप एवं अन्य अनुष्ठान, दुर्गासप्तशती पाठ, श्री यन्त्र अनुष्ठान, नागवली/नारायण वली, कुम्भ/अर्क विवाह, गृह वास्तु पूजन, गृह प्रवेश पूजन, देव प्राण प्रतिष्ठा, रूद्रपाठ/रूद्राभिषेक, विवाह संस्कार
पंडित जो को समस्त प्रकार के अनुष्ठानो का प्रयोगत्मक ज्ञान एवं सम्पूर्ण विधि विधान की जानकारी पंडित जी के पिता जी से प्राप्त हुयी है, पंडित जी वैदिक अनुष्ठानों में आचार्य की उपाधि से विभूषित है एवं सभी प्रकार के दोष एवं वधाओ के निवारण के कार्यो को करते हुए १५ वर्षो से भी ज्यादा हो गया है.
गुरुजी को 14 वर्षो का अनुभव
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कालसर्प शांति करने से 9 विभिन्न प्रकार के सांपों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। कालसर्प शांति पूजा के साथ राहु और केतु पूजा सफलता के द्वार खोलती है। नाग की सोने की मूर्ति की पूजा करने से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।.
उज्जैन में इसका महत्व इसलिए हे कि बाबा महाकाल के चरणों मे ओर शिप्रा मोक्षदायिनी के अंगारेश्वर मंदिर पर निवारण होता है।.
पितृदोष की पूजा पूरी विधि विधान से साथ उज्जैन मे करवाए।उज्जैन में पितृदोष पूजा करने से सभी दोषो का निवारण हो जाता है।.
कालसर्प दोष पूजा को कालसर्प योग भी कहा जाता है। कालसर्प पूजा तब होती है जब सभी ग्रह राहु और केतु के बीच आते हैं|कालसर्प हानि, दुविधा, बाधा को सूचित करता है. कुंडली में कालसर्प होने से कितने लोगो को कष्ट हुवा है|कालसर्प पूजा उज्जैन दोष निवारण के लिए की जाने वाली पूजा व्यक्ति की अनुपस्थिति में भी की जा सकती है|
मंगल पूजा उज्जैन तब की जाती है जब व्यक्ति के जीवन में विवाह संबंधी समस्याएं होती हैं। मंगलनाथ मंदिर इस पूजा के लिए प्रसिद्ध है. यह मंगल ग्रह के साथ जुड़ा हुआ है। मंगल आत्म-सम्मान, स्वभाव, अहंकार और संघर्ष का प्रतिनिधित्व करता है।विवाह पर इसका प्रभाव समस्याएं ही बढ़ाता है, मंगल पूजा कर के यह दोष दूर किया जाता है|
पितृदोष पूजा करने से सभी दोषो का निवारण हो जाता है.अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद विधि से अंतिम संस्कार न किया जाए तो पितृदोष होता है, या फिर किसी की अकाल मृत्यु हो जाए तो व्यक्ति के परिवार को कई पीढ़ियों को तक पितृदोष के परिणाम झेलने पड़ते है| इससे मुक्ति के लिए पितृदोष पूजा उज्जैन की जाती है|
पंडितजी के द्वारा की गई पूजन दोष निवारण एवं मांगलिक कार्यो की चित्रमाला .
पंडितजी के द्वारा की गई पूजन दोष निवारण एवं मांगलिक कार्यो की चित्रमाला .
मैं ग्वालियर में रहता हूं मुझे कालसर्प दोष की पूजा करवानी थी इंटरनेट के माध्यम से मुझे गुरु की जानकारी प्राप्त हुई गुरु से संपर्क कर मैंने पूजन की जानकारी प्राप्त की कुछ दिनों पश्चात जब मैं उज्जैन आया तब पंडित नितेश जी ने मुझे रेलवे स्टेशन पर पिकअप किया एवं मुझे शिप्रा स्नान के लिए लेकर गए शिप्रा स्नान के पश्चात हम पूजन स्थान पर गए लगभग 3 घंटे तक पूजा करने के पश्चात मुझे रेलवे स्टेशन पर ड्रॉप कर दिया धन्यवाद.
Narsingh, Ghat, Ujjain (M.P.) 456001